और दूसरो को इज्जत से रहना सिखाते हैं, वह आगे बढने का मार्ग बनाते हैं, अपने दुश्मनों से बचकर रह... और दूसरो को इज्जत से रहना सिखाते हैं, वह आगे बढने का मार्ग बनाते हैं, अपने...
देह की हांडी, मनुजता नीर से, सौम्यता आहार तुम बनना सतत ! देह की हांडी, मनुजता नीर से, सौम्यता आहार तुम बनना सतत !
जीने का मकसद कहीं दूर छोड़, उलझती जा रही थी। लेकिन वक्त, वक्त हर वक्त नया कुछ बनता है। न... जीने का मकसद कहीं दूर छोड़, उलझती जा रही थी। लेकिन वक्त, वक्त हर वक्त नय...
जिसके पास जितना धन उसके पास उतना ही ज्ञान। जिसके पास जितना धन उसके पास उतना ही ज्ञान।
क्योंकि औरत की अक्ल घुटनों में होती हैं। क्योंकि औरत की अक्ल घुटनों में होती हैं।
अल्प-ज्ञान का मन बुद्धि गठबंधन का सौतेला है अल्प-ज्ञान का मन बुद्धि गठबंधन का सौतेला है