हाँ बेवकूफ़ ही तो हो , जो महज उनकी एक नजर के लिए, घंटों आईने के सामने गुजार देती हो .. अगर रूठ जा... हाँ बेवकूफ़ ही तो हो , जो महज उनकी एक नजर के लिए, घंटों आईने के सामने गुजार दे...
सवाल ये नहीं की जीवन क्यों ठहरा है। पर सवाल ये है की अंदर कितना गहरा है। सवाल ये नहीं की जीवन क्यों ठहरा है। पर सवाल ये है की अंदर कितना गहरा है...
गृहणियाँ घर का कम करते करते अपने मन में भावनाएं बुनती रहतीं हैं गृहणियाँ घर का कम करते करते अपने मन में भावनाएं बुनती रहतीं हैं
कहाँ से चिंगारी है आई कहाँ से चिंगारी है आई
शायद फिर हुआ कुछ सुधार, शायद फिर हुआ कुछ सुधार,
आशा की किरणों संग अठखेलियाँ करता चाँद सीपियों, मछलियों, मूँगों सी समय के अंतराल में आशा की किरणों संग अठखेलियाँ करता चाँद सीपियों, मछलियों, मूँगों सी समय क...