जल रहा मेरा देश
जल रहा मेरा देश
कहाँ से कोई चिंगारी आ गई
मान सिक्ता को जला दी
कहां से कोई आवाज़ अाई
घरों को जला दी
आज जल रहा है देश मेरा
कोई बुझा दो इसको
भावनाएं को ग़लत हो गई
गलत राह जो हो गई
जल रहा है देश मेरा
कोई प्यार से इसे सहला दो
मातृ भूमि की मिट्टी लहूलुहान हो गई
आपस में वैमनस्यता हो गई
जल रहा है देश मेरा
ये" नीर" बुझा दे अपने अश्रु से इसको
ये तेरा देश ये मेरा देश
कैसे आज ये हालात हो गई
जल रहा है देश मेरा
पड़ोसी बाते बना रहे
आज हम पर हंस रहे
कहाँ से चिंगारी है आई
देश मेरा जल रहा ........