अनेकता में एकता
अनेकता में एकता
अलग अलग लोग अलग अलग भाषा
अलग अलग जाति अलग अलग बोली
फिर भी जीते एक छत के नीचे
अलग संस्कृति अलग रस्मरिवाज
कहीं अरदास कहीं नमाज़
कहीं प्रार्थना कहीं बंबंभोले की डमरू
फिर है आस्था हमें सब पर
है हिन्दुस्तान मेरा ऐसा है हिन्दुस्तान मेरा।
