नई सुबह
नई सुबह
रक्तिम आभा लेकर आया
नवप्रभात आशाओं का,
बीत गई निशा अंधेरी
द्वार नई सुबह खड़ी,
नव ऊर्जा लेकर भोर
आईं द्वारे सूर्य रश्मियां,
कली फूल खिलने लगे
कलरव करें नन्ही चिड़िया,
हर तरफ़ बिखरा प्रकाश
देख खुल रहा आकाश,
अब वक्त है चमको तुम भी
पंख खोल भर लो उड़ान,
निडर निर्भय और अटल
बना लो अपनी पहचान,
सुबह नई और नया हौसला
तुम्हें देगा नया मुकाम,
प्रकृति ने दी है एक नवीन सुबह
आओ इसका स्वागत करें,
कलुष कालिमा हट जाए जीवन से
कुछ ऐसा जतन करें,
सबका जीवन जगमगाए
धरती स्वर्ग बन जाए,
देखें हैं जो सपने हमने
उन्हें सच करने की बेला आई है,
अब सोच मत, बस उठ चल
वो देख हँसती नई सुबह आई है,
