I'm Surendra and I love to read StoryMirror contents.
अचानक उसका सामना उस दिव्यात्मा से हो गया , जिसकी कल्पना वह अपने अचेतन में अक्सर करता था !
Submitted on 10 Feb, 2021 at 13:22 PM
खुद से इस उम्मीद के साथ कि अब कभी वापस नहीं आएगा।
Submitted on 06 May, 2020 at 13:31 PM
इसे चलने नहीं दिया जा सकता। जाओ अब आराम कर लो।"
Submitted on 04 Mar, 2020 at 16:08 PM
तुम्हारी इच्छा हो तो तुम भी चाय पी लेना।
Submitted on 04 Mar, 2020 at 15:41 PM