मेरी पहली रचना।
मेरी पहली रचना।
मैं अक्सर सोचता,
जब बाकी लेखक देखता, सुनता,
वो कैसे करते व्यक्त,
अपनी भावनाएं
अपने निकटतम लोगों को।
बहुत की कोशिश,
नहीं हुआ सफल,
परंतु नहीं हटा,
लगा रहा,शायद फिर हुआ कुछ सुधार,
और मैं भी कुछ लिखकर भेज़ पाया उसके पास।
तो मेरी प्रेरणा थी वो,
जिसे चाहा था जी-जान से,
अब कुछ थोड़ा बहुत लिख पाता हूँ
और अपने भाव बता पाता हूँ ।