मुलाकात यादं करने लगा हुं
मुलाकात यादं करने लगा हुं
1 min
195
वो पहेली मुलाकात याद करने लगा हूँ
खुद से दूर में तुम्हें अब जानने लगा हूँ
तेरी बातों को बिन कहे समझने लगा हूँ
तेरी फिक्र खूद से ज्यादा करने लगा हूँ
कि अब तेरा ही इंतजार करने लगा हूँ
तेरी यादों में दिन-रात बिताने लगा हूँ
अब मिलो कि इजहार अपना कर दूँगा
तुम्हारे इकरार की खुशियां जहां में बाटूंगा।