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Rajeev Tripathi

Romance

4.7  

Rajeev Tripathi

Romance

बहुत दिन हुए

बहुत दिन हुए

1 min
389


बहुत दिन हुए तुम्हें मुझसे कोई

शिकायत नहीं हुई

क्या मेरी मोहब्बत में कमी है कोई

इश्क़ जब परवान पर था मेरा तुम्हारा

रूठना और मनाना था मेरा तुम्हारा

ऐसी बात इन दिनों हुई ही नहीं 

बहुत दिन हुए तुम्हें मुझसे कोई

शिकायत नहीं हुई

लगता है बात दिल में रखने लगे हो

जुबानी जंग हमारे तुम्हारे

बीच में हुई ही नहीं 

बहुत दिन हुए तुम्हें मुझसे

कोई शिकायत नहीं हुई

तुम्हारा रूठना मेरा तुम्हारा

मनाना नहीं हुआ

लगता है इश्क़ की बात

अधूरी ही रही

तुम क्या हो क्या मैं यह नहीं

जान पाया

तुम आईने के सामने अब

सँवरती ही नहीं

कब तक यूँ मौन होकर रहोगी

बात दिल की दिल में ही रही

ज़ुबान तक आई ही नहीं

आईना देखकर तुम्हारा शरमाना

नहीं हुआ

मुस्कुराना तो जैसे तुम भूल ही गई

बहुत दिन हुए तुम्हें मुझसे कोई

शिकायत नहीं हुई

क्या मेरी मोहब्बत में कमी है कोई।


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