दीपावली
दीपावली
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं
प्रेम और सौहार्द का हो आलम
राम लक्ष्मण जानकी के
भक्ति प्रेम की अलख जगाए
चौदह बरस के वनवास के बाद
राम लक्ष्मण जानकी
अयोध्या आए
जगमग हो गई तब दीपों से
अयोध्या नगरी जब लौट कर आए
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं
धर्म परायण और कर्तव्य परायण
ऐसे राम की महिमा गाएं
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं
पिता के वचनों की ख़ातिर जब
राम लक्ष्मण जानकी ने
अयोध्या का राजपाट जब त्याग दिया
हम भी हर घर में ऐसे ही
ऊंँचे आदर्श और कर्तव्य निभाएं
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं
मर्यादा पुरुषोत्तम राम की
हर घर में सब महिमा गाएं
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं
रावण रूपी अहंकार का
अंत किया श्री राम ने जब वो
धर्म युद्ध पर आए
सम्मान हो नारी जाति का
राम जैसे आदर्श हम पाएं
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं
सर्व धर्म सद्भाव रखें हम
पर्व दीपावली का मनाएं
आओ हम सब दीप जलाएं
खुशियों से दीपावली मनाएं।
