उठो वीर जवान
उठो वीर जवान
उठो वीर जवान युद्ध का होने लगा आगाज़
युद्ध ध्वनि सुनकर तू भी गर्जना कर अपार
दुश्मन भी काँपे थर-थर फहरा तिरंगा आज
उठो वीर जवान युद्ध का होने लगा आगाज़
हुआ कठिन संघर्ष तब जाकर मिला
आज़ादी का वरदान
वीर जवाहर की भूमि यह तू भी बन सुभाष
भगत सिंह सुखदेव राजगुरु बने तुम्हारे आदर्श
मत भूल जलियांवाला बाग
ब्रिगेडियर जनरल डायर बढ़ रहे आज
तू दुश्मन सेना को ललकार
मचा है आतंक और कोहराम
पाकिस्तान को धूल चटा कर चीन पर कर तू वार
गांधीजी
से सत्याग्रह ले राम प्रसाद बिस्मिल से
प्रेरणा आज
कठिन है बहुत तेरा संग्राम लेकिन
हरगिज़ ना तू ले विश्राम
धूल चटा कर तू दुश्मन को सबक़ सिखा दे आज
झांसी की रानी प्रताप की यह भूमि है विशाल
बना इन्हीं से से देश भारत महान
चंद्रशेखर आजाद तिलक टैगोर थे इसी देश के लाल
पंद्रह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालीस को भारत
देश हुआ आज़ाद
बाहरी और अंदरूनी शत्रु से देश जुझ रहा है आज
उठो वीर जवान युद्ध का होने लगा आगाज़
युद्ध ध्वनि सुनकर तू भी गर्जना कर अपार।