हरियाली
हरियाली
फिर एक वृक्ष शहीद
होने को तैयार
इसमें किसकी
सोच शुमार
हरियाली को ख़त्म
करने का किसने
किया विचार
खुश हो रहो
इस को देख
जो करती
जीवन का संचार
ये करते अपने
जीवन दान की
प्रार्थना तुम्हार
जीने दो इन्हे भी
करो इनका भी
कुछ सत्कार
प्रकृति से मत
करो खिलवाड़
जितना लगा सको
वृक्ष पेड़ पौधे
लगा कर करो
प्रकृति का संरक्षण
इसीमे है हम सब
का आरक्षण
पाते जीवन दायनी
प्राणवायु इन्ही से
जो देती मानव को
जीने की शक्ति अपार
वृक्षों के कटने से
हरियाली का
हो रहा क्षरण
बचाओ हरियाली को
करो जीवन का वरण
दो अपने बच्चों को
एक सुन्दर हरा भरा
स्वच्छ वातावरण।