आजादी
आजादी
देश की स्वतन्त्रता की
यही एक कहानी
वीरों ने अपने खून से
लिखी हर शब्द
की दी जुवानी
कहानी के किरदारों में
भगत सिंह राजगुरु सुखदेव
ओर ना जाने कितने
अनाम वीरों ने
अपनी भूमिका निभाई
तब जाकर आज के दिन
78 वर्ष पूर्व हमने
आजादी पाई
आज उन वीरो को
करते शत शत नमन
जिन्होने देश की
आजादी की खातिर
दी अपनी कुरबानी
उन वीरों को रण बां
कुरे
शहीदों को याद करेगा
हर वो हिन्दुस्तानी
उनको जिन्होनें देश को
गुलामी से आजाद
कराने की
अपने मन में थी ठानी
लगेंगे हर बरस मेले
शहीदों की चिताओं पर
क्योंकी यही उनकी
एक निशानी
देश का कण कण
हर वो मन
जब जब गाएगा
जन गण मन
जय हे भारत
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
गायेगा देश की माटी
का हर कण कण
हर दिन हर पल हर क्षण।