गोवर्धन धारी श्री कृष्ण
गोवर्धन धारी श्री कृष्ण
कृष्ण ने रक्षा करी
पर्वत गोवर्धन उठाय
कियो घमंड इन्द्र को चूर
सब जन के हिताय
छोटो बालक चिटकी उंगली
भारी पर्वत गोवर्धन
सब जन चकित रह गए
देख कृष्ण को उपाय
इन्द्र बरसायो जल बे हिसाब
कर दियो बृज वासिन परेशान
तब कृष्ण लियो गोवर्धन
चिटकी उँगली उठाय
करी रक्षा सभी जन, गौ धन
पशु धन माल असबाब
बृज वासिन कर्यो धन्य
बृज वासी हो प्रसन्न
कियो अन्नकूट चढ़ायो
खिलायो कृष्ण कई पकवान
त्यों ही मनावे भारतवासी
अन्नकूट करबे कृष्ण भगवान ने प्रसन्न चढ़ावे फल फूल
लगावे छप्पन तरह के पकवान को भोग
मनावे अन्नकूट को दिन
जय गोवर्धन धारी की जय
सभी जनन ने बहुत बहुत शुभकामनाएं बधाई