कम ज्यादा
कम ज्यादा
जीवन एक राह है..
मन एक मोह माया है!
कितना भी तुम ज़िंदगी में कमा लो।।
हर बार तुम्हे लगेगा कम..
यही है सबका जीवन..
और चाहिए कि चाहत में..
खत्म कर देते जीवन हम..
आज जो कुछ जीवन में मिला है..
उसी में खुश रहकर हम..
उसे तुम अपने हिसाब से जी लो..
मोह माया को त्याग..
अपने लिए ही कुछ करो..
कम ज्यादा के चक्कर में..
ज़िंदगी आगे निकल जायेगी..
आज में जी भर के जी लो..
ज़िंदगी मन में सुकुन भर जायेगी..
अपनो की चाहत में प्यार से भर जाय।
