दिल मेरा
दिल मेरा
जब उसे पहली बार देखा..
तो दिल मेरा धड़कने लगा..
बातो –बातो में नाता बढने लगा..
दिन रात बस उसी का ख्याल
हमारे दिल में झलकने लगा..
दिन रात बस उसी का नाम..
हमेशा हमारा दिल जपने लगा...
हवा की एक ऐसी आंधी आई..
दिल में एक चिंगारी सी लगाई..
ना जाने दिल फिर हमारा..
उसके इंतज़ार में तड़पने लगा..
रात को हमें जगाने लगा..
दिन में भी हमे तारे दिखाने लगा..
अब और क्या कहे दास्तान हम दिल की..
वो खुद हमे एक अधूरी कहानी कहने लगा!