कुछ मुस्कुराहटें
कुछ मुस्कुराहटें
कुछ मुस्कुराहटें उधार दो ना जरा जाना
कुछ जज़्बात कुछ सूकू खरीदने हैं मुझे
तितलियां और फूल हैं गुलशन में बेशुमार
कुछ इत्र कुछ रंग अपने लिए खरीदने हैं मुझे।
दर्द जो सलीके से छुपा रखे हैं रूह में
कुछ मरहम अपने जखमों के नाम खरीदने हैं मुझे
अश्कों के समन्दर में डूबी ये सोचूं मैं
कुछ साहिल अपने लिए खरीदने हैं मुझे।
नब्ज चलती है, जिस्म जिंदा है,
कुछ जिंदगी के एहसास खरीदने हैं मुझे
इश्क के रास्ते पे चली हूं लापता सी
कुछ मोहब्बत के आशियाने खरीदने हैं मुझे।