फिर खुद जाँच बिठायेंगे और बाइज़्ज़त बरी कर दिये जायेंगे। फिर खुद जाँच बिठायेंगे और बाइज़्ज़त बरी कर दिये जायेंगे।
आज फिर वक्त रेत की तरह फिसल गया और आज फिर सपने आँसू की तरह बह गए । आज फिर वक्त रेत की तरह फिसल गया और आज फिर सपने आँसू की तरह बह गए ।
लक्ष्य स्थिर था पर मंजिल लापता। लक्ष्य स्थिर था पर मंजिल लापता।
सपना एक नन्हा सा.... रात भर सिसकता रहा। सपना एक नन्हा सा.... रात भर सिसकता रहा।
आइना, आइना सिफ़त नहीं है कैसे मैं इसको आइना कह दूँ। आइना, आइना सिफ़त नहीं है कैसे मैं इसको आइना कह दूँ।
सबसे अधिक पढ़ी गई प्रेम की कविताएं पर उम्मीदों से अधिक हुईं हैं हत्यायें चक्रवातों के कई नये नाम र... सबसे अधिक पढ़ी गई प्रेम की कविताएं पर उम्मीदों से अधिक हुईं हैं हत्यायें चक्रव...