मुझ को है ना कोई खबर मगर चल पड़े है तो चलते रहेंगें, मुझ को है ना कोई खबर मगर चल पड़े है तो चलते रहेंगें,
बली हो, हवन हो, अन्नकूट प्रसाद हो खुदा इनसे खुश हो, ये ज़रूरी तो नहीं। बली हो, हवन हो, अन्नकूट प्रसाद हो खुदा इनसे खुश हो, ये ज़रूरी तो नहीं।
ताज में क़लगी भी और रखो फ़नकारियाँ छलने को ! ताज में क़लगी भी और रखो फ़नकारियाँ छलने को !
गिले-शिकवे सुनाए एक साथ बैठ कर। गिले-शिकवे सुनाए एक साथ बैठ कर।
लेकिन मेरी नजर तेरे पास है। लेकिन मेरी नजर तेरे पास है।
मेरी धड़कने उदास हैं तू तो कहीं और है मेरी धड़कने उदास हैं तू तो कहीं और है