चढ़ने दे परवान, हम दोनों की ये जान, ये इश्क नहीं मिटने वाला। चढ़ने दे परवान, हम दोनों की ये जान, ये इश्क नहीं मिटने वाला।
सच्चाई जिन्दगी की यही है कि तूफनों मे घर टूट जाया करते हैं। रिश्तों के इम्तिहानों में अक्सर लोग... सच्चाई जिन्दगी की यही है कि तूफनों मे घर टूट जाया करते हैं। रिश्तों के इम्तिह...
बस यूँ ही मोम सी पिघलती...जाती है..। बस यूँ ही मोम सी पिघलती...जाती है..।
मिलने को मुझे अपने ख़्वाबों में बुलाकर अपने ही नींद पे वो पहरेदार लगाये बैठे हैं। मिलने को मुझे अपने ख़्वाबों में बुलाकर अपने ही नींद पे वो पहरेदार लगाये बैठे हैं...
बन्द रास्तों की चाभी इसी तरह मिलती है ...। बन्द रास्तों की चाभी इसी तरह मिलती है ...।
बली हो, हवन हो, अन्नकूट प्रसाद हो खुदा इनसे खुश हो, ये ज़रूरी तो नहीं। बली हो, हवन हो, अन्नकूट प्रसाद हो खुदा इनसे खुश हो, ये ज़रूरी तो नहीं।