तलाश
तलाश
क्या तलाश थी
आरज़ूओं को मेरी
कि खुद से ही
लापता रहा l
और गम में मेरे
सपना एक नन्हा सा....
रात भर सिसकता रहा।।
क्या तलाश थी
आरज़ूओं को मेरी
कि खुद से ही
लापता रहा l
और गम में मेरे
सपना एक नन्हा सा....
रात भर सिसकता रहा।।