STORYMIRROR

Vijay Kumar parashar "साखी"

Drama Inspirational

3  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Drama Inspirational

"श्री पराशर"

"श्री पराशर"

1 min
132

"श्री पराशर"
ज्ञान के महासागर
भगवान श्री पराशर
वेदव्यास जी के पिता
ज्योतिष विद्या अंबर
पाराशर ब्राह्मणों के
गोत्र प्रवर्तक पराशर
शक्ति मुनि के पुत्र
बल में महा भटनागर
महर्षि वशिष्ठ के पौत्र
आप ज्योतिष रत्नाकर
जब इनके पिता को
खा गया,एक निशाचर
तब यज्ञ किया,भयंकर
थर-थर कांपा,तब अंबर
ब्रह्माजी के कहने पर
बंद किया यज्ञ भयंकर
आपकी जय हो,पराशर
आप हो करूणा सागर
धन्य हुई ज्योतिष विद्या
श्री पराशरजी को पाकर
भगवान शिव के भक्त,
आप हो,श्री पराशर
पराशर धाम है,अलवर
आज भी आपकी शिक्षा
मोम बना सकती,पत्थर
उठो,जागो पराशर ब्राह्मण
शास्त्र, वेद पढ़ो जमकर
इसमें ही आपकी शक्ति है
ज्ञान बिना,जीवन पत्थर
दिल से विजय 
विजय कुमार पाराशर-"साखी"





Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama