Anushree Goswami

Drama Inspirational

2.7  

Anushree Goswami

Drama Inspirational

शांत चेहरे की मुस्कराहट

शांत चेहरे की मुस्कराहट

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किसी शांत चेहरे को मुस्कुराते देखो,

तो टोकना नहीं,

वो चेहरा बरसों का थका,

अब हँसना सीख गया है !


खामोशी भी पिघल जाए,

जिसकी हँसी से,

वो दुःख के रस को,

सुख - सा पीना सीख गया है !


बह चला है वो बनकर नदी,

खुद हवाओं के रुख संग,

वो तेज़ तूफ़ान में भी,

शांत रहना सीख गया है !


कर लिया है आज़ाद खुद को,

बंदिशें जो बनाई थी उनसे,

अब जीवन के इस खेल को,

वो खेल - सा जीना सीख गया है!


जो ठहराव देख रहे हो तुम,

उसके मासूम चेहरे पर,

वो बदलाव है उसमें,

तुम्हें ज्ञात नहीं होगा,

तुमने उसका हाथ,

बीच रास्ते थामा था !


उसे याद मत दिलाना,

उसकी पुरानी रंजिशें,

वो कल को भुलाकर,

आज में जीना सीख गया है !


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