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Anushree Goswami

Others

4.6  

Anushree Goswami

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दस्तक

दस्तक

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दस्तक है ये ज़िन्दगी की,

ख्वाबों की, उम्मीदों की !


राहों पर उलझे-उलझे,

कुछ अनसुलझे से राही को,

दस्तक किसी के हाथों की,

उसके कंधों पर,

राहत पहुँचाती है !


घर पर इंतज़ार करती,

माँ को उसके लाल की,

दस्तक दरवाज़े पर,

राहत पहुँचाती है !


दस्तक एहसास है,

दस्तक एक आयाम है,

दस्तक तुम भी हो,

दस्तक मैं भी हूँ !


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