दस्तक
दस्तक
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दस्तक है ये ज़िन्दगी की,
ख्वाबों की, उम्मीदों की !
राहों पर उलझे-उलझे,
कुछ अनसुलझे से राही को,
दस्तक किसी के हाथों की,
उसके कंधों पर,
राहत पहुँचाती है !
घर पर इंतज़ार करती,
माँ को उसके लाल की,
दस्तक दरवाज़े पर,
राहत पहुँचाती है !
दस्तक एहसास है,
दस्तक एक आयाम है,
दस्तक तुम भी हो,
दस्तक मैं भी हूँ !