हारे हुए बन्दे को भी बाजी जीता जाती हैं। हारे हुए बन्दे को भी बाजी जीता जाती हैं।
घर पर इंतज़ार करती, माँ को उसके लाल की, दस्तक दरवाज़े पर, राहत पहुँचाती है ! घर पर इंतज़ार करती, माँ को उसके लाल की, दस्तक दरवाज़े पर, राहत पहुँचाती...
हमने एकता का तिंरगा लहराया है विविधताओं में भी एकता है हमने एकता का तिंरगा लहराया है विविधताओं में भी एकता है
अपना शीश झुका, आज, करता तुम्हे नमन है। अपना शीश झुका, आज, करता तुम्हे नमन है।
तुम राष्ट्र के सौम्य स्वप्न, बन दीप्ति राष्ट्र प्रकाश वान करो। तुम राष्ट्र के सौम्य स्वप्न, बन दीप्ति राष्ट्र प्रकाश वान करो।
शब्दों को गहराई देती, जो अक्सर छू जाते है शब्दों को गहराई देती, जो अक्सर छू जाते है