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Anand Kumar

Classics

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Anand Kumar

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अमर शहीद

अमर शहीद

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शहीद तुम अमर हो


तुम्हारी गाथा अमर है,

स्वतंत्रता के समर में 

बलिदान तुम्हारा अमर है।


समर को एक नया-

आयाम तुमने दिया था,

आज भी, वो आयाम अमर है।


शहीद-ए-आज़म हो तुम, 

जन-जन के मन में,

आज भी, तुम्हारी शहादत अमर है।


हर मानुष इस वतन का,

अपना शीश झुका,

आज, करता तुम्हे नमन है।


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