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Anand Kumar

Romance

3.2  

Anand Kumar

Romance

तुम मेरे बसंत हो

तुम मेरे बसंत हो

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मैं पवन हूँ 

तुम प्रवाह हो, 

तुम मेरे बसंत हो।


मैं पुष्प हूॅं

तुम सुगंध हो, 

तुम मेरे बसंत हो।


मैं भोर हूँ 

तुम प्रकाश हो, 

तुम मेरे बसंत हो।


मैं गीत हूँ 

तुम भाव हो,

तुम मेरे बसंत हो।


मैं साधक हूँ 

तुम साधना हो, 

तुम मेरे बसंत हो।


मैं प्रेम हूँ 

तुम जीवन हो, 

तुम मेरे बसंत हो।।


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