जग सुन्दर लगता है
जग सुन्दर लगता है


मेरा मन रमा है, प्रिये
बस तुमसे प्रेम में।
जग सुन्दर लगता है
तुम्हारे इन नयनों में,
पा लिया जो प्रेम तुम्हारा,
कुछ शेष नहीं और, मुझे
पाने को इस जीवन में।
मेरा मन रमा है, प्रिये
बस तुमसे प्रेम में।
जग सुन्दर लगता है
तुम्हारे इन नयनों में,
पा लिया जो प्रेम तुम्हारा,
कुछ शेष नहीं और, मुझे
पाने को इस जीवन में।