शमां से जलकर मर जाने को, मोहब्बत समझ बैठे। शमां से जलकर मर जाने को, मोहब्बत समझ बैठे।
क्योंकि पाक रूहें आज भी जिन्दा हैं। क्योंकि पाक रूहें आज भी जिन्दा हैं।
पड़े न कभी जरूरत शहादत ज़रा जतन कर लो लाख करो होशियारी भेदिया भेद जाता कोई यहाँ रचे न साज़िश हमला... पड़े न कभी जरूरत शहादत ज़रा जतन कर लो लाख करो होशियारी भेदिया भेद जाता कोई यहाँ...
रोशनी को फ़कत आग, समझोगे तो जला बैठोगे घर। इसको चराग़े नूर बनकर, घर जगमगाना चाहिये। रोशनी को फ़कत आग, समझोगे तो जला बैठोगे घर। इसको चराग़े नूर बनकर, घर जगमगाना चाह...
तू जिंदा दिल मे हमारे लो पढ़ लो मेरी चिट्ठी को। होकर बलिदानी चन्दन तूने जन्मभूमि सम्मान दिया। तू जिंदा दिल मे हमारे लो पढ़ लो मेरी चिट्ठी को। होकर बलिदानी चन्दन तूने जन्...
रास्ते खुले क़ाफ़िले चले ज़िंदगी ले चली थी मौत की ओर माँ के लाड़ले को उसकी शहादत की ओर रास्ते खुले क़ाफ़िले चले ज़िंदगी ले चली थी मौत की ओर माँ के लाड़ले को ...