२६/११ शहीदों नमन
२६/११ शहीदों नमन
हुए जो शहीद २६/११ मुंबई उनको नमन कर लो
फिर न हो साया आतंक आज प्रण वतन कर लो
रखते हैं हुनर खुद को मिटाने वाले यहाँ हिन्द के लिए
पड़े न कभी जरूरत शहादत ज़रा जतन कर लो
लाख करो होशियारी भेदिया भेद जाता कोई यहाँ
रचे न साज़िश हमला चुन गद्दारों खत्म कर लो
थे वे जाबांज सिपाही जान अपनी दांव लगा दिया
हादसा होटल ताज न दोबारा नाम आतंक भसम कर लो
लौटकर फिर आएगा क्या मालूम तुम सजग रहो
थामो जवानों हथियार नए हौसला बुलंद कर लो
आई बी सीआईडी ख़ुफ़िया तंत्र भारत जागते रहना
घुसपैठिया न घुस पाये घेरा चाक चौबन्द कर लो
हुये जो शहीद २६/११ मुंबई उनको नमन कर लो !!