भोजपुरी गीत – अंचरवा संभारा गोरिया
भोजपुरी गीत – अंचरवा संभारा गोरिया
पवनवा बेईमान अंचरवा संभारा गोरिया।
उड़ा देई मारी एक झोंका संभारा गोरिया।
आइल सवनवा बदरवा जाई ललचाई।
भिजाई देहिया बरखा के फुहारा गोरिया।
अंचरवा संभारा गोरिया।
पवनवा बेईमान अंचरवा संभारा गोरिया।
जईबू जब बगिया भवरवा ललचाई।
फुलवा के महक बदनवा लिपटाई।
लहकल उमीरिया होई कइसे गुजारा गोरिया।
अंचरवा संभारा गोरिया।
खोलबु जब केसिया बदरी घिरी आई।
हसंबु जेने ओने अब बिजुरी गिरी जाई।
निमन लागे देखि तोहार खूब नजारा गोरिया।
अंचरवा संभारा गोरिया।
हरियर सवनवा मे हरियर भईली धरती।
तोहरा के देखि हरियर बा मनवा भारती।
श्याम के नमवा मुँहवा तनी उचारा गोरिया।
अंचरवा संभारा गोरिया।
पवनवा बेईमान अंचरवा संभारा गोरिया।