इम्तियाँ दे चुके
इम्तियाँ दे चुके
मानो ना मानो तुम भी मुझसे प्यार करते हो
इत्तेफाक से जुड़ा ये रिश्ता तेरा मुक़द्दर है
ख्वाबो में तुम अपने हर पल ढूंढते हो
प्यार की दुनिया मुझ संग सजाते हो
रिश्ता तोड़ने का ढोंग तुम हमसे हर पल करते हो
दूर जाने की शरारते करते हो हर पल हमको आजमाते हो
गर प्यार नहीं तुमको हमसे तो ये आजमाना क्यों
दिलों से खेलने का खेल तुम खेलते हो
प्यार तो है हमसे पर नफरत का नाटक करते हो
गर नही हमसे इकरार करना तो इनकार कर दो
मेरे आंसुओ को खरीदने का दावा क्यों करते हो
बेरुखिया हमको दिखा कर क्या फायदा
दिल तोड़ दो हमारा और बसा लो अपनी नई दुनिया तुम
दुनिया से टकराने के लिए तैयार बैठे हो हमारे लिए
फिर हमसे ही दूरियाँ क्यों बनाये बैठे हो
कैसा है ये प्यार तेरा जो किस्मत आजमाने पर है तूला हुआ
वक्त कब अच्छा आएगा वक्त के भरोसे वक्त है बर्बाद कर रहा
चलो आज में हम जी लेते है वक्त की क्या परवाह करना
जाने कौन सा पल हो आखरी जाने कौन सा दिन हो आखरी
मानो ना मानो इस वक्त ने हम दोनों को बहुत है रुलाया
प्यार के कितने इम्तियाँ हम दोनों है दे चुके