तेरी जुल्फों के साये में ...
तेरी जुल्फों के साये में ...


तेरी जुल्फों के साये में ये जिंदगी गुजार दूं
ये चाहत तो तेरे दिल मे भी होती होगी,
कभी ना कभी तुम को भी मेरी याद आती होगी,
यूँ तो रोज ही हम ख्वाबो में मिलते है एक दूजे से,
अपनी हर चाहते हम तो तुम को बता देते हैं
मेरी कहानियों में ही तुम्हारा वक्त गुजर जाता है,
तेरी कहानियों को भी अब हम सुनना चाहते हैं
चलो अब से तुम्हारी कहानियो को सुनेंगे अब,
जिंदगी हमारी गुजर जाए तेरे संग ये चाहत है,
जाने ये चाहत पूरी होगी कि नही ये रब जाने,
रब से हम लड़ते नही ना ही सवाल करते हैं
तेरे से ही कुछ सवाल कर लिया करते हैं।