रास्ते खुले क़ाफ़िले चले ज़िंदगी ले चली थी मौत की ओर माँ के लाड़ले को उसकी शहादत की ओर रास्ते खुले क़ाफ़िले चले ज़िंदगी ले चली थी मौत की ओर माँ के लाड़ले को ...
मोहब्बत के दिन नफरतों का धमाका मेरे यार देखो हुआ क्या, हुआ क्या ! मोहब्बत के दिन नफरतों का धमाका मेरे यार देखो हुआ क्या, हुआ क्या !
मर सकते थे ना जी सके जिंदा लाश बनाकर रखा मौत के साये गुजरा किस्सा सारा मर सकते थे ना जी सके जिंदा लाश बनाकर रखा मौत के साये गुजरा किस्सा सारा
जागी जो उम्मीदों रोशनी उसे अब चमकने दो। जागी जो उम्मीदों रोशनी उसे अब चमकने दो।
जहां तक पड़ रही थी निगाहें, धुआं ही धुआं था फैला। जहां तक पड़ रही थी निगाहें, धुआं ही धुआं था फैला।
आपके लालच का नतीजा और आपने क्या खोया और क्या पाया। आपके लालच का नतीजा और आपने क्या खोया और क्या पाया।