STORYMIRROR

Shyam Kunvar Bharti

Tragedy Inspirational

3  

Shyam Kunvar Bharti

Tragedy Inspirational

हमारे भाई हो तुम

हमारे भाई हो तुम

1 min
303


समझ सकते दर्दे दिल तुम्हारा हमारे भाई हो तुम

इधर ना उधर रहे कभी प्यारा हमारे भाई हो तुम

समझते रहे जिसे तुम अपना तुम्हें कभी माना नहीं

बनाकर मोहरा मरवाया पत्थर हमारे भाई हो तुम

ढाया जुल्मो सितम पाक आदमी से आतंकी बनाया

फैलाया दहशत जन्नते काश्मीर हमारे भाई हो तुम


मर सकते थे ना जी सके जिंदा लाश बनाकर रखा

मौत के साये गुजरा किस्सा सारा हमारे भाई हो तुम

रोना था किस्मत मे हँसना ले लेता था जान तुम्हारी

हरदम डराया दुश्मनों ने तुम को हमारे भाई हो तुम

फूलो अदब वाले हाथों बंदूक राइफल थमा दिया

सीना घाटी खूब धमाकों थर्राया हमारे भाई हो तुम


रहे अलग थलग सारी दुनिया से छोटी बस्ती रही

की उनसे बगावत जीना दुशवारा हमारे भाई हो तुम

खत्म हुये सारे बंधन बेड़ियाँ तुम अब आज़ाद हुये

गले लगाने तुम को भारती पुकारा हमारे भाई हो तुम

खिलेंगे फूल गुलशन तुम गाओगे गीत तरन्नुम में

महकेगा चमन होगा हंसी नज़ारा हमारे भाई हो तुम


गले लगाया दिल भी लगाना बन के भाई ही रहना

लगाओ जय हिन्द जय भारत नारा हमारे भाई हो तुम

धारा तीन सौ सत्तर हटी बेड़ियाँ तेरी गुलामी कटी

घूम कर देख लो हिन्द नज़ारा हमारे भाई हो तुम ।। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy