कोशिशें
कोशिशें
आज फिर एक,
नई उम्मीद जागी है,
पूरी ना सही,
चाहे आधी है ।।
कोशिशें अधूरी रह गई,
थी शायद तब,
मगर जज़्बे की कमी,
न रहेगी अब ।।
इस बार पूरा,
होगा हर मकसद,
यही कहता है,
दिल हर वक़्त ।।
मंजिल अगर,
हो गई हासिल,
तो ये गहन,
प्रयासों का फल होगा ।।
और अगर रह गई,
फिर कोई कमी,
तो नई कोशिशों का,
सिलसिला शुरू होगा ।।