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Meenakshi Gandhi

Tragedy

4  

Meenakshi Gandhi

Tragedy

ये दोहरी जिंदगी

ये दोहरी जिंदगी

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चेहरे पर लीपापोती की खूबसूरती है,

और मन की खूबसूरती से परे हैं हम,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


सोशल मीडिया पर सबसे खुशहाल हैं,

और अंदर ही अंदर घुट रहे हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


दूसरों की खुशियों में अहम हिस्सा बनते हैं ,

और अंदर ही अंदर उनसे जल रहें हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


दूसरों से मदद की उम्मीदें रखते हैं ,

और दूसरों की मदद करने से कतराते हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


अपने अंदर की भावनाओं को छुपा कर रखा है ,

और दिखावे के समंदर में डूब रहे हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


ईमानदारी और सचाई की माला जपते हैं ,

और खुद को ही छल रहे हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


दूसरों के सामने जिंदादिली के दिखावे करते हैं ,

और एक मुर्दादिल की तरह जी रहे हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


दूसरों से अपने लिए समय की उम्मीद करते हैं ,

और खुद के लिए भी समय नहीं निकाल पा रहे हैं हम ,

ये कैसी दोहरी जिंदगी जी रहे हैं हम ।।


जिंदगी को पूर्णतया जीने की बात करते हैं ,

और जिंदगी तो बस बिता रहे रहें हैं हम ,

जिंदगी तो बस बिता रहे रहें हैं हम ।।



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