अधिवक्ता संजीव रामपाल मिश्रा
Action Inspirational
कलम का सिपाही,
बलिदानों का राही,
पुलकित होता प्राणों से,
त्वरा का अनुगामी ।
दुर्गम पथ का साथी,
छांव ढूंढता उजियारे में,
अमर होती प्रथायें,
पाषाण तोड़ती हवायें,
कुदाल नहीं चलाता,
कलम का सिपाही।
इत्तफाक जिंदग...
कान्हा
सर्द हवाएं
कभी ख़ुश तो कभ...
मेरा ग़म
जल स्रोत प्रवाह हर प्राणि का अपना महत्व प्रकृति को मूल्यवान बनाता।। जल स्रोत प्रवाह हर प्राणि का अपना महत्व प्रकृति को मूल्यवान बनाता।।
अकेले-अकेले छोड़ दिया, नाता अमीर से जोड़ लिया। अकेले-अकेले छोड़ दिया, नाता अमीर से जोड़ लिया।
तो परिवर्तन से ही समूचे सृष्टि का विकास है। परिवर्तन से ही सृष्टि की कल्पना है। तो परिवर्तन से ही समूचे सृष्टि का विकास है। परिवर्तन से ही सृष्टि की कल्पना ...
बाद में पछतावा क्या होगा, इसी तरह। जो हमसे कर बैठी गलती, इश्क में बेवजह। बाद में पछतावा क्या होगा, इसी तरह। जो हमसे कर बैठी गलती, इश्क में बेवजह।
जागो इंडिया तीसरी बेटी जन्म नहीं कलंक। जागो इंडिया तीसरी बेटी जन्म नहीं कलंक।
प्रेम खुदा की बेशकीमती शक्ति का खजाना भी। प्रेम खुदा की बेशकीमती शक्ति का खजाना भी।
हर किसी के जीवन का अपना अलग लक्ष्य हैं। हर किसी के जीवन का अपना अलग लक्ष्य हैं।
समस्याएं बहुत सारी, उपजाई हुई है हमारी। समस्याएं बहुत सारी, उपजाई हुई है हमारी।
हम गरीबों को देखकर लोगों के फिर से क्यूं मुंह बन से गए हैं। हम गरीबों को देखकर लोगों के फिर से क्यूं मुंह बन से गए हैं।
ये प्रकृति ना जाने क्या क्या कर रही है ? शायद ये असल जिंदगी में हमें तमाचे मार रही ये प्रकृति ना जाने क्या क्या कर रही है ? शायद ये असल जिंदगी में हमें ...
कि चहादीवारी में सुरक्षित नारी हैं, जाग जाये जो हर नारी, फिर हर दुष्टता पर भारी हैं। कि चहादीवारी में सुरक्षित नारी हैं, जाग जाये जो हर नारी, फिर हर दुष्टता पर...
लांछन लगता बार बार उसपे और तुम रह जाते हो दूध के धुले। लांछन लगता बार बार उसपे और तुम रह जाते हो दूध के धुले।
अपनी आत्मा/ज़मीर को लॉन्ड्री भेजते रहना है। अपनी आत्मा/ज़मीर को लॉन्ड्री भेजते रहना है।
नव समाज बनाऊँगी, अपने चंद प्रयासों से, सशक्त हर नारी बनाऊँगी। नव समाज बनाऊँगी, अपने चंद प्रयासों से, सशक्त हर नारी बनाऊँगी।
स्वयं पर विश्वास, है मेरे सपनों नींव, सपनों की सम्पूर्णता सत्कर्मों पर है टिकी। स्वयं पर विश्वास, है मेरे सपनों नींव, सपनों की सम्पूर्णता सत्कर्मों पर है टिक...
पौध पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं पौधे जीवन को महफूज भी रखते हैं पौध पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं पौधे जीवन को महफूज भी रखते हैं
हम बदलेंगे तो तस्वीर बदलेगी धरा की - प्रकृति का संरक्षण करके, ओजोन परत न गलने देंगे, हम बदलेंगे तो तस्वीर बदलेगी धरा की - प्रकृति का संरक्षण करके, ओजोन परत न ...
आदिवासियों के लिए आप एक आशा की किरण जगाई थी। आदिवासियों के लिए आप एक आशा की किरण जगाई थी।
कर्तव्य रखकर तुमने सर्वोपरि बन गये जीवनदाता तुम ही। कर्तव्य रखकर तुमने सर्वोपरि बन गये जीवनदाता तुम ही।
आपको मगलसूत्र दिलवाने है ना मां। जीत जाएंगे मांँ अगर आप का साथ हो। आपको मगलसूत्र दिलवाने है ना मां। जीत जाएंगे मांँ अगर आप का साथ हो।