अधिवक्ता संजीव रामपाल मिश्रा
Action Inspirational
कलम का सिपाही,
बलिदानों का राही,
पुलकित होता प्राणों से,
त्वरा का अनुगामी ।
दुर्गम पथ का साथी,
छांव ढूंढता उजियारे में,
अमर होती प्रथायें,
पाषाण तोड़ती हवायें,
कुदाल नहीं चलाता,
कलम का सिपाही।
इत्तफाक जिंदग...
कान्हा
सर्द हवाएं
कभी ख़ुश तो कभ...
मेरा ग़म
हरे के जैसे देश में हरियाली होनी चाहिए हाँ हर दिल में तिरंगा होना चाहिए। हरे के जैसे देश में हरियाली होनी चाहिए हाँ हर दिल में तिरंगा होना चाहिए।
जब मेरे भाइयों की मौत का बदला, उन कायरों से लिया जाएगा। जब मेरे भाइयों की मौत का बदला, उन कायरों से लिया जाएगा।
आजादी अक्षुण्ण रहे ये कसम हमें ही उठाना है। आजादी अक्षुण्ण रहे ये कसम हमें ही उठाना है।
खुद कुर्बान होकर जो दे गए हमें जीवन, गर्व है हमें अपने वीर जवानों की शहादत पर। खुद कुर्बान होकर जो दे गए हमें जीवन, गर्व है हमें अपने वीर जवानों की शहादत पर...
सब कहते थे, धूल है, राख है, खंडहर है, रेगिस्तान है , अरे ! श्मशान है सब कहते थे, धूल है, राख है, खंडहर है, रेगिस्तान है , अरे ! श्मशान है
ललकारता तुझे हिन्द का हर नौजवान है। ललकारता तुझे हिन्द का हर नौजवान है।
शिक्षा लो शिक्षित बनो शिक्षा इंक़लाबी हैं। लिख कर रखलो ये सोच नहीं मिटने वाला। शिक्षा लो शिक्षित बनो शिक्षा इंक़लाबी हैं। लिख कर रखलो ये सोच नहीं मि...
तुम जो बोलो यह तुम पर है, उस पर तो बंदिश कहीं नहीं, पर यह सोचो जो बोला है, वह देश हित में... तुम जो बोलो यह तुम पर है, उस पर तो बंदिश कहीं नहीं, पर यह सोचो जो बोला है...
बन जा रे शस्त्र कि तुझको संहार सके ना कोय। बन जा रे शस्त्र कि तुझको संहार सके ना कोय।
भारत लिखेगा तेरी नई कहानी कश्मीर पर जो तूने उठाई आंख। भारत लिखेगा तेरी नई कहानी कश्मीर पर जो तूने उठाई आंख।
रोकेगा न तुमको कोई आज, अपने खून का बदला, उनसे तुम लेकर आओ। जो भी रोके रुकना मत, बस आगे क... रोकेगा न तुमको कोई आज, अपने खून का बदला, उनसे तुम लेकर आओ। जो भी रोके र...
भारती भारत नमन सिर झुकाई उनके बुझात नईखे। भारती भारत नमन सिर झुकाई उनके बुझात नईखे।
भारत की पहचान तिरंगा है इसे आसमान तक लहराने दो। भारत की पहचान तिरंगा है इसे आसमान तक लहराने दो।
विजय ध्वज फहराएगा चहुँ दिशि भारत का। विजय ध्वज फहराएगा चहुँ दिशि भारत का।
जन्नत को और सजाएंगे ये माटी हिन्दुस्तान की है, अब तो सब समझ गए होंगे कि घाटी हिन्दुस्तान की है l जन्नत को और सजाएंगे ये माटी हिन्दुस्तान की है, अब तो सब समझ गए होंगे कि घाटी ...
नमन है उस भारत के लाल को, जो लूटा गया जान हमारी रक्षा में। नमन है उस भारत के लाल को, जो लूटा गया जान हमारी रक्षा में।
रहती थी जिसके हाथों में ढाल और तलवार वीरांगना झाँसी की रानी बनूँगी। रहती थी जिसके हाथों में ढाल और तलवार वीरांगना झाँसी की रानी बनूँगी।
भारती अब मुझे कफन तिरंगा लिपट है जाना। भारती अब मुझे कफन तिरंगा लिपट है जाना।
आज़ादी के मतवालों ने, हँस-हँसकर दी क़ुर्बानी। आज़ादी के मतवालों ने, हँस-हँसकर दी क़ुर्बानी।
अपनी इतनी नन्ही उम्र में हाँ वो अंग्रेज़ भगाने आया था। अपनी इतनी नन्ही उम्र में हाँ वो अंग्रेज़ भगाने आया था।