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ख्वाहिशें

ख्वाहिशें

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बेशक्ल-सी ख्वाहिशें

हमारे अंदर एक पूरी दुनिया

रचती रहती हैं

और हम एक दूसरे को

गलत समझने का हर्जाना

अपने रिश्ते को

भरने के लिए दे देते हैं...।


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