ज़िंदगी का आईना
ज़िंदगी का आईना
रुक-रुक,
के चलना,
पर चल के,
कभी ना रुकना।
रो-रो के,
हँसना पर,
हँस-हँस के,
कभी ना रोना।
सो-सो के,
जगना पर,
जग के,
कभी ना सोना।
प्यार में पल,
बनाना पर,
पल-पल प्यार,
में ना पड़ना।
रुक-रुक,
के चलना,
पर चल के,
कभी ना रुकना।
रो-रो के,
हँसना पर,
हँस-हँस के,
कभी ना रोना।
सो-सो के,
जगना पर,
जग के,
कभी ना सोना।
प्यार में पल,
बनाना पर,
पल-पल प्यार,
में ना पड़ना।