ख्वाहिशें अधूरी
ख्वाहिशें अधूरी
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ख्वाहिशें रहती हैं उम्र भर अधूरी
एक 2 ख्वाहिश को पूरा करने में वक्त लगता है
बिखरे पन्नों को
समेटने में वक्त लगता है
रिश्तों में किसी भी कारण
आई दरार को भरने में वक्त लगता है
कपड़े को फाड़ने में दो पल लगते हैं परंतु
उसी कपड़े को सिलने में वक्त लगता है
जिस घर को ढहाने में कुछ पल लगते
उस घर को बनाने में सारी जमा पूंजी और वक्त लगता है
किसी के कान भरने में दो पल लगते
परंतु उसे समझाने में वक्त लगता है
जिंदा इंसान को मरा हुआ
समझ कर भूलने में वक्त लगता है
सफर में साथ देने वाले
हमसफर को राज बताने में वक्त लगता है
अक्सर लोग दो दिन में अपने बन जाते हैं
पर इन्हें भुलाने में वक्त लगता है
दो पल में लुट जाती इज्जत ओर दौलत परंतु
दौलत ओर इज्जत को कमाने में वक्त लगता है ।।