खुदा जाने
खुदा जाने
कैसे सुनाऊँ मैं तुझको जानेमन,
मेरे दिल की धड़कनें,
मेरे दिल में तो तू ही धड़कती है,
तेरे दिल की तो खुदा जाने।
कैसे बताऊँ तेरी तस्वीर जानेमन,
मेरे नैनों के आईने में,
मेरे नैनों के आईने में तू ही बसी है,
तेरे नैनों की तो खुदा जाने।
कैसे एतबार कराऊं इश्क का जानेमन,
मैं तेरा ही दीवाना हूं,
महसूस कर ले मेरी बांहों में सिमटकर,
तेरी दीवानगी तो खुदा जाने।
अलफाजों में क्या बयां करुं जानेमन,
मेरे इश्क के अफ़साने,
मेरे मन में हरपल तू ही है "मुरली",
तेरे मन की तो खुदा जाने।