वो लड़की
वो लड़की
वो लड़की हर पल
हँसती रहती
हमेशा हर किसी की
मदद करती रहती
कभी किसी से
कुछ नहीं कहती
बस एक मुस्कान में
अपने आपको समेटे
रहती है
ऐसा लगता जैसे
दुनियाँ में उससे
ख़ुश कोई नहीं
उसे कोई परेशानी
ही नहीं
काश हर कोई
उस लड़की की
तरह ही होता
पर जो दिखता है
वो होता तो नहीं ना
उसका दर्द कोई
उसकी आँखों मे भी
नहीं पढ़ पाया
हर कोई अपने आप
में इतना व्यस्त था
इतना मस्त था
की उसकी और गौर
से देख ही नहीं पाया
की उस अनाथ लड़की को
कितना दर्द था
जो वो छुपाने के
लिये हर पल
मुस्कुराती रहती थी