ख़ामोश
ख़ामोश
खामोशी बहुत दर्दनाक होती है
वो आंखों से बयां होती है,
दिल में किसी के झांक कर देखो
दर्द का एक सागर मिलेगा,
अपनों के दिए जख्मों से
दिल लहूलुहान मिलेगा,
वो दिल खामोश है जुबां खामोश है
टूटे दिल की चीत्कार खामोश है,
इस खामोशी को जो समझे
शायद वो हर दिल खामोश है।