मुद्दतों
मुद्दतों
मुद्दतों से एक घर की तलाश में हूँ,
जो इश्क और अपनेपन से संवरे,,
उस आशियाने की तलाश में हूँ,
मकान बहुत मिलें बाजारों में,,
पर दिल अब भी उसी घर की ख्वाहिश में है,
जहाँ सुकून सांस ले और रूह भी मुस्कुरा उठे,,
