चांदनी
चांदनी
चाँदनी की ठंडी किरणों से सजा है यह आसमान,
दिल में खिला है इंद्रधनुष तेरे ख्यालों का,,
अब बस इंतजार है उस मुलाकात का ,
जब हम तुम होगें आमने सामने,,
देख कर सूरत तेरी ,
मिलेगा सुकून मेरे दिल ए बेकरार को,,
मै, मैं न रहूगीं तुम, तुम न रहोगे ; बस हम हो जाएगें ।
✍️𝒢𝓊𝓃𝒿𝒶𝓃 𝒿ℴ𝒽𝓇𝒾💞

