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Shailaja Bhattad

Classics

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Shailaja Bhattad

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जयसियाराम 1

जयसियाराम 1

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डाॅ शैलजा एन भट्टड़ 

जय सिया राम 


1.

जय रघुनंदन राघव राम।

सप्तताल प्रभेता राम।

 राम की गाथा, राम विधाता।

  करते मंगल राजा राम।

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2.

सत्कर्मों के प्रेरक राम।

 दशग्ग्रीव शिरोहर राम ।

  राम की महिमा अपरंपार।

  आनंद मंगल जय सियाराम।

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3.

कोटि-कोटि प्रणाम राम ।

जपते पावन नाम राम।

ज्ञान-ध्यान तप का विधान।

ब्रह्मण्य मुनि सत्तम राम।/

 *सर्व विदित राम नाम* 

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4.

हे अनंत बलिहारी राम।

 मितभाषी महासार राम।

  मूल मंत्र है पुण्य दान।

   मानवता के सार राम।

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5.

हरि भजन में लेते नाम।

 भरत वंदित शाश्वत राम।

 राम की भक्ति कर्म से मुक्ति।

अलौकिक छवि निराले राम।/ *आनंद मंगल करते राम।* 

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 6.

 सर्व समर्थ परमात्मा राम।

पाप मुक्ति का मार्ग राम।

होते दु:ख संताप निदान।

भक्त वत्सल धन्वी राम। 

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7.

कौसल्या की ममता राम।

 जैत्र राम बालक राम।

  राजीव लोचन कॄपानिधान।

   धनुर्धारी हरी राम-राम।


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8.

विधि का विधान लिखते राम।

 सत्य व्रत शाश्वत राम।

यही है सबके चारों धाम

 जय जय राम जय सिया राम।

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9.

सौमित्री वत्सल पुरुषोत्तम राम । / *परम प्रवीण अतुलित राम* 

 करुणा निधान भक्तों के राम।/  *उर में उदित राम नाम* 

        *Or* 

<<

 **सौमित्री वत्सल राम-राम  

 करुणा निधान राम-राम** 

>>>


  हनुमत प्रभु हैं तारणहार ।

  हे रघुनंदन हे सिया राम।

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