जिंदगी हिसाब ले रही है
जिंदगी हिसाब ले रही है
रह रह कर उठ रही है,
दिल में आग जल रही है।
ऐसा नशा है प्यार का,
जिंदगी हिसाब ले रही है।
मतलबी चाहतों का सोना है,
मखमली आंसुओ का रोना हेै,
यही प्यार यही जिंदगी है,
उल्फतों से आदमी खिलौना है।
देख रहा हूं समझ रहा हूं,
प्यार का सौदा तोड़ रहा हूं,
कलतक जो तबीब हमारे थे,
वो तलब अब और की देख रहा हूं।