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Hitender Sharma

Tragedy

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Hitender Sharma

Tragedy

टिकट

टिकट

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टिकट मिलने ही वाला था 

मैंने पैसे भी निकाल रखे थे 

तभी मेरे साथी ही ने मुझे पीछे कर

बड़े नोट आगे बढ़ा दिए 

और टिकट खरीद लिया 

एक पल लगा कि अब 

इसके पीछे ही बैठना पड़ेगा 

अचानक दूसरी तरफ की सीट खाली दिखाई दी

मौका देखते ही वहां जाकर बैठ गया 

थोड़ी देर तो लगा कि शायद 

किस्मत खुल गई 

लेकिन इस पर बैठे लोगों ने 

वापसी करते ही मुझे 

सीट से हटा दिया

लाचारी में पुरानी सीट पर नजर दौड़ाई 

तो देखा कि गोद में बैठे लोग 

इस सीट पर भी झपट रहे है

मन को बहलाया कि 

धक्के खाने के लिए 

बस बेहतर है चुनाव से...


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