दोबारा इश्क़
दोबारा इश्क़
दोबारा इश्क़ करने का खतरा मोल,
कौन देगा भला जब नज़राना इश्क़!
जिंदगी ने ही इश्क़ से इश्क़ दिया हमें,
जिस इश्क़ का कोई सिला नहीं बेसब्र!
ख़्वाहिश ख़यालों सी देखी इश्क़ तूने,
बेसब्री सी जिंदगी में हुई जहां है तेरी!
इश्क़ "हार्दिक" सिलसिला क्या देगा,
जब बेफ़िक्र नज़राना होगा इश्क़ का।
